लेखनी प्रतियोगिता -15-Aug- लहरा दो तिरंगा 🇮🇳
लहरा दो तिरंगा 🇮🇳
लहरा दो तिरंगा बड़े शान से,
बड़ी कीमत चुका कर इसको फहराया था,
बड़े, बूढ़े औरत बच्चे, सबने मिलकर,
भारत को स्वतंत्र कराया था,
मंगल पांडे से हुई थी शुरू, जो शौर्य गाथा,
जो पार करती चली गई, हर मुश्किल बाधा,
अमर शहीदों के खून के, हर कतरे से,
आजादी का मोल हमने चुकाया था,
व्यर्थ ना जाने दो, उन कुर्बानियों को,
जात धर्म से ऊपर उठकर,
अब कर्तव्य ये हमारा है,
ले जाएं अपने भारत को इतना आगे,
जिसके लिए उन लोगों ने अपना लहू बहाया था।।
प्रियंका वर्मा
15/8/23